हरियाणा के अम्बाला और सोनीपत नगर निगमों के रिक्त मेयर पदों पर उपचुनाव का कानूनी पेंच फंसा।
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सत्य ख़बर, चण्डीगढ़:
हरियाणा में अम्बाला तथा सोनीपत नगर निगमों के रिक्त मेयर पद पर होने वाले उपचुनाव का कानूनी विवाद फंस गया है,यह दोनों मेयर पद खाली हो गए हैं क्योंकि अम्बाला की शक्ति रानी शर्मा और सोनीपत के निखिल मदान ने क्रमशः कालका और सोनीपत विधानसभा सीट से विधायक पद जीत लिया। दोनों ने हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा था।
हालांकि, हरियाणा नगर निगम कानून, 1994 के तहत, मेयर या पार्षद का पद विधायक बनने पर स्वतः रिक्त हो जाता है। लेकिन मेयर पद के लिए उपचुनाव कराने पर विवाद खड़ा हो गया है।
वहीं दिसंबर 2020 में हरियाणा नगर निगम कानून की धारा 13 में संशोधन हुआ, जिसके तहत मेयर पद के लिए उपचुनाव का प्रावधान हटा दिया गया।
हरियाणा नगर निगम निर्वाचन नियमावली, 1994 के नियम 68 में ऐसा कोई उल्लेख नहीं है, जिससे मेयर पद को उपचुनाव से भरे जाने पर रोक हो। आयोग ने हरियाणा सरकार से इस मामले पर स्पष्टता मांगी है। आयोग ने कहा है कि उसे मेयर पद को रिक्त घोषित करने या उपचुनाव कराने का अधिकार नहीं है, जब तक सरकार अधिसूचना जारी न करे।
इसके बारे में हाईकोर्ट के वकील हेमंत कुमार ने यह मामला उठाया है। उन्होंने मेयर पद रिक्त घोषित करने और जनवरी 2026 तक के कार्यकाल के लिए नए मेयर के चुनाव की प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है।
वहीं मेयर पद के उपचुनाव पर कानून और नियमों में विरोधाभास के कारण स्थिति अनिश्चित बनी हुई है। इस मुद्दे पर राज्य सरकार का स्पष्टीकरण और कानूनी समाधान लंबित है।
हालांकि, हरिया